Teacher BED New Course: भारत में शिक्षक बनने के लिए अब पहले की तुलना में अधिक विकल्प उपलब्ध हैं यदि आप भी एक शिक्षक बनने का सपना देखते हैं, तो यह जानना महत्वपूर्ण है कि आपके पास कौन से रास्ते उपलब्ध हैं।
पहले जहाँ केवल एक-दो कोर्स विकल्प थे, अब तीन प्रमुख कोर्स चल रहे हैं, जिनके माध्यम से आप विद्यालय में शिक्षक बन सकते हैं।
इन कोर्स में समय के साथ कई बदलाव भी आए हैं, जिनकी जानकारी जानना आपके लिए लाभकारी हो सकता है।
इस लेख में हम आपको विद्यालय में शिक्षक बनने के तीन प्रमुख रास्तों और उनकी योग्यता के बारे में विस्तार से बताएंगे तो चलिए, बिना किसी देरी के, जानते हैं उन तीनों कोर्स के बारे में।
विद्यालय में शिक्षक बनने के लिए तीन प्रमुख रास्ते
आजकल शिक्षक बनने के लिए तीन प्रमुख कोर्स उपलब्ध हैं: D.El.Ed, B.Ed, और ITEP ये तीनों कोर्स आपको शिक्षक बनने की पात्रता प्रदान करते हैं, लेकिन इनके बीच कुछ मुख्य अंतर भी हैं हम इनकी विस्तृत जानकारी नीचे दे रहे हैं।
1. D.El.Ed – 2 वर्षीय डिप्लोमा इन एलिमेंट्री एजुकेशन
D.El.Ed यानी डिप्लोमा इन एलिमेंट्री एजुकेशन कोर्स, एक 2 वर्षीय कार्यक्रम है, जो 12वीं कक्षा के बाद किया जा सकता है यदि आप स्कूलों में प्राइमरी शिक्षक बनना चाहते हैं, तो यह कोर्स आपके लिए उपयुक्त रहेगा।
इस कोर्स के दौरान, छात्रों को बच्चों के प्रारंभिक शिक्षा के बारे में प्रशिक्षण दिया जाता है इस कोर्स को पूरा करने के बाद, आप कक्षा 1 से कक्षा 5 तक के बच्चों को पढ़ा सकते हैं। यह कोर्स उन लोगों के लिए आदर्श है जो प्रारंभिक शिक्षा में अपना करियर बनाना चाहते हैं।
2. B.Ed – 2 वर्षीय बैचलर ऑफ एजुकेशन (बीएड)
B.Ed (बैचलर ऑफ एजुकेशन) एक 2 वर्षीय स्नातक डिग्री कार्यक्रम है, जिसे ग्रेजुएशन के बाद किया जा सकता है यदि आप सेकेंडरी (कक्षा 6 से कक्षा 12 तक) स्तर पर शिक्षक बनना चाहते हैं, तो यह कोर्स आपके लिए उपयुक्त है।
B.Ed कोर्स के दौरान, छात्रों को शिक्षण विधियाँ, शिक्षण मनोविज्ञान, और पढ़ाने के नए तरीके सिखाए जाते हैं इसके अलावा, इसमें आपको एक प्रैक्टिकल भाग भी दिया जाता है, जहाँ आप स्कूलों में जाकर अध्यापन का अनुभव प्राप्त करते हैं।
3. ITEP – 4 वर्षीय इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम
ITEP (इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम) एक नया और अत्याधुनिक कोर्स है, जो नई शिक्षा नीति के तहत पेश किया गया है यह कोर्स 4 वर्षों का होता है और इसमें आपको ग्रेजुएशन और B.Ed दोनों की डिग्री एक साथ मिलती है।
ITEP कोर्स का मुख्य उद्देश्य यह है कि छात्र एक ही समय में शिक्षक शिक्षा और कॉलेज शिक्षा दोनों को साथ में प्राप्त कर सकें इस कोर्स में छात्रों को गहरे स्तर पर शिक्षण की तकनीक और शिक्षक के गुण सिखाए जाते हैं।
यह कोर्स वर्तमान में पायलट प्रोजेक्ट के तहत कुछ सरकारी B.Ed कॉलेजों में चलाया जा रहा है, और भविष्य में इसे अधिक संस्थानों में लागू किया जा सकता है।
नई शिक्षा नीति के प्रभाव और बदलाव
नई शिक्षा नीति (NEP 2020) ने शिक्षा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं इसके तहत B.Ed कोर्स की संरचना में बदलाव किया गया है और ग्रेजुएशन ऑनर्स की अवधि भी अब 4 वर्ष हो गई है इसके परिणामस्वरूप, अब छात्रों के लिए B.Ed और ग्रेजुएशन दोनों को एक साथ करने का विकल्प उपलब्ध है।
नई नीति के तहत, B.Ed कोर्स में एक 1 वर्षीय डिग्री विकल्प भी प्रस्तावित किया गया है, जिसे आने वाले समय में लागू किया जा सकता है इसके अलावा, 4 वर्षीय ITEP कोर्स के माध्यम से छात्रों को ग्रेजुएशन और B.Ed दोनों की डिग्री एक साथ प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।
टीचर बनने के लिए आवश्यक योग्यताएँ
चाहे आप D.El.Ed, B.Ed, या ITEP कोर्स में से कोई भी कोर्स करें, एक महत्वपूर्ण बात जो सभी कोर्सों में समान है, वह यह है कि सीटीईटी (Central Teacher Eligibility Test) या TET (Teacher Eligibility Test) जैसी पात्रता परीक्षा को पास करना अनिवार्य है।
इन परीक्षाओं में उत्तीर्ण होने के बाद ही आप स्कूलों में शिक्षक के रूप में नियुक्ति पाने के योग्य हो सकते हैं यदि आप नर्सरी या प्री-नर्सरी स्तर के बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं, तो इसके लिए NTT (Nursery Teacher Training) कोर्स भी करना होता है।
कोर्स के विकल्प और भविष्य की दिशा
भारत में शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव तेजी से हो रहे हैं, और इसी के साथ शिक्षक बनने के अवसर भी बढ़ रहे हैं अगर आप B.Ed, D.El.Ed, या ITEP में से कोई भी कोर्स करते हैं, तो आपके पास प्राइमरी, सेकेंडरी, और यहां तक कि हाई स्कूल में शिक्षक बनने के लिए पर्याप्त अवसर होंगे।
नई शिक्षा नीति के अनुसार, अब छात्रों को प्रयोगात्मक शिक्षण और इंटरएक्टिव क्लासेस पर भी ध्यान देने का अवसर मिलेगा, जो उनके शिक्षक बनने के अनुभव को और भी प्रभावी बनाएगा।
Teacher BED New Course निष्कर्ष
आज के समय में विद्यालय में शिक्षक बनने के तीन प्रमुख रास्ते हैं: D.El.Ed, B.Ed, और ITEP इन तीनों के बीच योग्यता, कोर्स की अवधि, और शिक्षक बनने के स्तर के हिसाब से अंतर होता है हर छात्र के लिए अलग-अलग विकल्प उपलब्ध हैं, जिससे वह अपनी रुचि और पसंद के हिसाब से शिक्षा के क्षेत्र में कदम रख सकता है।
यदि आप भी शिक्षक बनने का सपना देखते हैं, तो उपरोक्त कोर्सों में से किसी एक का चयन करके आप अपने करियर की दिशा तय कर सकते हैं इसके साथ ही, आपको सीटीईटी या TET जैसी पात्रता परीक्षाओं में भी सफलता प्राप्त करनी होगी, ताकि आप विद्यालयों में शिक्षक के रूप में कार्य कर सकें।
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