RSMSSB Mock Test 2024 Leak News: राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (आरएसएसबी) ने प्रतियोगी परीक्षाओं में पारदर्शिता और सुरक्षा बढ़ाने के उद्देश्य से टैबलेट आधारित मॉक टेस्ट की प्रक्रिया शुरू की है।
इस नई व्यवस्था से न केवल परीक्षा प्रणाली में सुधार होगा, बल्कि पेपर लीक जैसी घटनाओं पर भी रोक लगाई जा सकेगी।
टैबलेट पर मॉक टेस्ट: परीक्षा प्रणाली में बदलाव की दिशा में कदम
बोर्ड ने नवंबर के आखिरी सप्ताह में टैबलेट आधारित मॉक टेस्ट आयोजित करने का निर्णय लिया है इस प्रक्रिया के लिए करीब 500 अभ्यर्थियों को चिन्हित किया गया है यह मॉक टेस्ट पूरी तरह वास्तविक परीक्षा प्रक्रिया के समान होगा, जिसमें परीक्षा के दौरान विभिन्न सुरक्षा उपाय अपनाए जाएंगे।
हैकिंग से सुरक्षा के लिए उठाए गए कदम
परीक्षा की प्रक्रिया को सुरक्षित बनाने के लिए कानपुर IIT और MNIT जयपुर की निगरानी में सुरक्षा उपाय किए जाएंगे परीक्षा के दौरान हैकर्स को आमंत्रित कर यह परखा जाएगा कि सिस्टम कितना सुरक्षित है विशेषज्ञ इस बात का निरीक्षण करेंगे कि परीक्षा के दौरान कोई भी सिस्टम हैक न हो।
टैबलेट आधारित परीक्षा के फायदे
- पारदर्शिता में वृद्धि: इस प्रक्रिया से पेपर लीक जैसी घटनाओं की संभावना कम होगी।
- प्रिंटिंग लागत में कमी: टैबलेट के उपयोग से बोर्ड को पेपर प्रिंट कराने की जरूरत नहीं होगी।
- परीक्षा प्रक्रिया में तेजी: ऑनलाइन पेपर तुरंत तैयार होकर अभ्यर्थियों तक पहुंच जाएगा।
- संसाधनों की कमी का समाधान: कंप्यूटर की जगह टैबलेट का उपयोग कर ज्यादा से ज्यादा अभ्यर्थियों को शामिल किया जा सकता है।
छोटी परीक्षाओं में होगा उपयोग
बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि इस नई प्रणाली का उपयोग पहले छोटी भर्तियों में किया जाएगा बड़ी परीक्षाओं में, जहां 15 लाख से अधिक अभ्यर्थी शामिल होते हैं, इस प्रणाली को लागू करना फिलहाल संभव नहीं है।
पशु परिचर भर्ती और अन्य परीक्षाओं में योजना
बोर्ड की आगामी पशु परिचर भर्ती परीक्षा, जिसमें लगभग 17 लाख अभ्यर्थी शामिल होंगे, फिलहाल टैबलेट आधारित प्रणाली का हिस्सा नहीं होगी हालांकि, छोटी परीक्षाओं में इस प्रणाली को लागू कर इसकी सफलता का आकलन किया जाएगा।
टैबलेट खरीदने की प्रक्रिया
टैबलेट आधारित परीक्षा के लिए बोर्ड टेंडर प्रक्रिया के जरिए टैबलेट खरीदेगा यह प्रक्रिया तेजी से पूरी करने का प्रयास किया जा रहा है ताकि जल्द से जल्द नई प्रणाली को लागू किया जा सके।
सरकारी स्कूलों में परीक्षा केंद्रों का चयन
अधिकतर परीक्षा केंद्र सरकारी स्कूलों में बनाए जाएंगे हालांकि, बोर्ड ने निजी स्कूलों और कॉलेजों में परीक्षा केंद्र देने से परहेज किया है।
नई प्रणाली के लिए चुनौतियां और समाधान
- संसाधनों की कमी: राज्य में सीमित कंप्यूटर संसाधनों को देखते हुए टैबलेट प्रणाली बेहतर विकल्प है।
- सुरक्षा सुनिश्चित करना: हैकर्स और विशेषज्ञों की निगरानी में परीक्षण करके प्रणाली को सुरक्षित बनाया जाएगा।
- तकनीकी प्रशिक्षण: परीक्षा प्रक्रिया में शामिल कर्मचारियों को नई प्रणाली की समझ देने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा।
राजस्थान का पहला राज्य बनने की तैयारी
यदि यह प्रणाली सफल रही, तो राजस्थान टैबलेट आधारित भर्ती परीक्षाएं आयोजित करने वाला देश का पहला राज्य बन जाएगा यह पहल न केवल परीक्षा प्रणाली में सुधार लाएगी, बल्कि इसे अन्य राज्यों के लिए एक आदर्श मॉडल भी बनाएगी।