Rajasthan New Map 2025: राजस्थान में हाल ही में प्रशासनिक और भू-भागीय बदलावों के तहत राजस्थान के नए नक्शे 2025 को जारी किया गया है।
यह नया नक्शा भजनलाल सरकार के नेतृत्व में कैबिनेट की बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णयों के बाद लागू हुआ है इसमें कांग्रेस सरकार के दौरान बनाए गए 9 नए जिलों और 3 संभागों को समाप्त कर दिया गया है आइए जानते हैं इस नए नक्शे से जुड़ी हर छोटी-बड़ी जानकारी।
कैबिनेट बैठक में लिया गया बड़ा फैसला
शनिवार को हुई कैबिनेट बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए इन निर्णयों में दूदू, केकड़ी, शाहपुरा, नीमकाथाना, अनूपगढ़, गंगापुर सिटी, जयपुर ग्रामीण, जोधपुर ग्रामीण और सांचौर जिलों को समाप्त करने का निर्णय प्रमुख था इसके अलावा, पाली, सीकर और बांसवाड़ा संभागों को भी समाप्त कर दिया गया है।
इसके अतिरिक्त, राजस्थान सरकार ने CET (सामान्य पात्रता परीक्षा) के अंकों की वैधता को 3 साल तक बढ़ाने की मंजूरी दी है अब CET का स्कोर 3 साल तक मान्य रहेगा।
राजस्थान के 41 जिलों का नया नक्शा
राजस्थान के नए नक्शे में अब कुल 41 जिले और 7 संभाग होंगे जिन जिलों को समाप्त किया गया है, उनके प्रशासनिक कार्य अब अन्य जिलों में समाहित कर दिए गए हैं। नीचे राजस्थान के 41 जिलों की सूची दी गई है:
जारी रहेंगे ये जिले:
- बालोतरा
- ब्यावर
- डीग
- डीडवाना-कुचामन
- कोटपूतली-बहरोड़
- खैरथल-तिजारा
- फलोदी
- सलूंबर
खत्म किए गए जिले:
- अनूपगढ़
- दूदू
- गंगापुर सिटी
- जयपुर ग्रामीण
- जोधपुर ग्रामीण
- केकड़ी
- नीमकाथाना
- सांचौर
- शाहपुरा
खत्म किए गए संभाग:
- बांसवाड़ा
- पाली
- सीकर
प्रशासनिक पुनर्गठन
सरकार ने यह भी घोषणा की है कि नए जिलों में प्रशासनिक ढांचा तैयार करने के लिए सभी जरूरी वित्तीय और भौतिक संसाधन उपलब्ध करवाए जाएंगे इसका उद्देश्य इन जिलों में रहने वाले लोगों को प्रशासनिक सेवाओं का लाभ सही तरीके से पहुंचाना है।
इसके साथ ही, जिला परिषदों, पंचायत समितियों और ग्राम पंचायतों का भी पुनर्गठन किया जाएगा इससे न केवल प्रशासनिक कार्यों में पारदर्शिता आएगी, बल्कि लोगों की समस्याओं का समाधान भी तेजी से होगा।
प्रमुख जिले और संभागों का पुनर्गठन
नए नक्शे के तहत जिन जिलों और संभागों का पुनर्गठन किया गया है, उनकी सूची और उनके नए स्थान निम्न प्रकार हैं:
- जयपुर ग्रामीण और दूदू: जयपुर जिले में समाहित।
- केकड़ी: अजमेर जिले में शामिल।
- शाहपुरा: भीलवाड़ा जिले में जोड़ा गया।
- गंगापुर सिटी: सवाई माधोपुर जिले में समाहित।
- जोधपुर ग्रामीण: जोधपुर जिले में शामिल।
- अनूपगढ़: श्रीगंगानगर जिले में समाहित।
- सांचौर: जालौर जिले में जोड़ा गया।
- नीमकाथाना: सीकर जिले में शामिल।
नए जिलों का प्रभाव
इन निर्णयों का राजस्थान के लोगों पर व्यापक प्रभाव पड़ने वाला है।
- प्रशासनिक सरलता: नए नक्शे के तहत प्रशासनिक कार्य अधिक आसान और सुगम होंगे।
- संसाधनों का सही उपयोग: छोटे जिलों को बड़े जिलों में मिलाने से संसाधनों का बेहतर उपयोग संभव होगा।
- लोगों की समस्याओं का समाधान: पुनर्गठन से स्थानीय स्तर पर समस्याओं का समाधान जल्दी हो सकेगा।
- विकास को बढ़ावा: सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि पुनर्गठन से विकास कार्यों में तेजी आएगी।
राजनीतिक और सामाजिक प्रभाव
राजस्थान का नया नक्शा राजनीतिक और सामाजिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है यह निर्णय प्रदेश में भू-भागीय संतुलन और प्रशासनिक कुशलता को ध्यान में रखकर लिया गया है।
राजनीतिक दृष्टि से, यह कदम सत्ता में स्थिरता और प्रशासन में पारदर्शिता लाने का प्रयास है वहीं सामाजिक दृष्टि से यह निर्णय राजस्थान के लोगों की जरूरतों और उनके जीवन स्तर को सुधारने की दिशा में एक अहम कदम है।
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Rajasthan New Map 2025 Check
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