Rajasthan Government Schools to Open on Sunday: राजस्थान सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए इस रविवार को राज्य के 39 जिलों में सरकारी स्कूलों को खोलने का आदेश दिया है यह निर्णय राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान के अंतर्गत लिया गया है।
8 दिसंबर को रविवार होने के बावजूद सरकारी स्कूल पोलियो खुराक वितरण के लिए बूथ बनाए जाएंगे प्रारंभिक शिक्षा निदेशक सीताराम जाट ने इस संदर्भ में आदेश जारी किए हैं।
राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान का महत्व
राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान का उद्देश्य देश के प्रत्येक बच्चे को पोलियो जैसी घातक बीमारी से बचाना है इस अभियान के अंतर्गत पांच वर्ष तक के बच्चों को पोलियोरोधी खुराक दी जाएगी राजस्थान में इस अभियान के लिए 39 जिलों के सरकारी स्कूलों को चुना गया है।
कौन-कौन से जिलों में खुलेंगे स्कूल?
आदेश के अनुसार, निम्न जिलों में 8 दिसंबर को सरकारी स्कूल खुले रहेंगे:
- अजमेर
- अलवर
- अनुपगढ़
- ब्यावर
- बांसवाड़ा
- बालोतरा
- भरतपुर
- बाड़मेर
- भीलवाड़ा
- बीकानेर
- बूंदी
- चूरू
- दौसा
- दूदू
- डीडवाना-कुचामन
- डीग
- डूंगरपुर
- गंगानगर
- हनुमानगढ़
- जयपुर प्रथम
- जयपुर द्वितीय
- जैसलमेर
- जालोर
- झालावाड़
- जोधपुर शहर
- जोधपुर ग्रामीण
- केकड़ी
- खैरथल तिजारा
- कोटपुतली-बहरोड़
- नागौर
- नीम का थाना
- फलौदी
- सांचौर
- शाहपुरा
- सीकर
- सिरोही
- सलूम्बर
- टोंक
- उदयपुर
इन जिलों में पोलियो टीकाकरण के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां की गई हैं।
विद्यालयों में पोलियो बूथ की स्थापना
प्रारंभिक शिक्षा निदेशक द्वारा जारी आदेश में यह स्पष्ट किया गया है कि जिन स्कूलों में पोलियो बूथ बनाए गए हैं, वे स्कूल खुले रहेंगे बूथों पर स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती की जाएगी, जो बच्चों को पोलियोरोधी खुराक देंगे।
पोलियो अभियान के प्रति नागरिकों को जागरूक करना
इस अभियान की सफलता के लिए विद्यालयों को निम्न गतिविधियां करने के निर्देश दिए गए हैं:
- प्रार्थना सभा: बच्चों को पोलियो के महत्व के बारे में जानकारी दी जाएगी।
- बाल सभा: बच्चों को पोलियोरोधी खुराक की आवश्यकता समझाई जाएगी।
- प्रभात फेरी: विद्यालयों के शिक्षक और छात्र ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर नागरिकों को जागरूक करेंगे।
पोलियो अभियान के तहत की गई तैयारियां
- स्वास्थ्य विभाग ने सभी बूथों पर पोलियो खुराक उपलब्ध करवाई है।
- शिक्षा विभाग ने शिक्षकों और विद्यालय प्रशासन को दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
- अभियान के लिए स्वयंसेवकों और आशा कार्यकर्ताओं को भी शामिल किया गया है।
पोलियो के खिलाफ सरकार का मजबूत कदम
पोलियो को जड़ से खत्म करने के लिए सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और यूनिसेफ जैसे संगठनों के सहयोग से यह अभियान चलाया जा रहा है राजस्थान सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि प्रत्येक बच्चा इस खुराक को प्राप्त करे।
अभिभावकों की भूमिका
पोलियो अभियान की सफलता में अभिभावकों की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है सरकारी स्कूलों में बनाए गए बूथों पर अपने बच्चों को समय पर लेकर आना हर माता-पिता का कर्तव्य है।
पोलियो के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने के उपाय
- स्थानीय मीडिया: रेडियो और टीवी पर प्रचार।
- सोशल मीडिया: ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर जागरूकता अभियान।
- पंचायत स्तर पर बैठकें: ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता बढ़ाने के लिए।
आधिकारिक बयान
प्रारंभिक शिक्षा निदेशक सीताराम जाट ने कहा, “हमारा उद्देश्य राजस्थान के हर बच्चे तक पोलियो खुराक पहुंचाना है इस अभियान के माध्यम से हम पोलियो के खिलाफ जंग जीतने के करीब पहुंचेंगे।”
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Rajasthan Government Schools to Open on Sunday निष्कर्ष
राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान के तहत राजस्थान सरकार का यह कदम बेहद सराहनीय है यह न केवल पोलियो उन्मूलन में सहायक होगा बल्कि स्वास्थ्य जागरूकता को भी बढ़ावा देगा।