Rajasthan CET Passing Marks Out Of 300: राजस्थान में समान पात्रता परीक्षा (CET) के अंतर्गत न्यूनतम पासिंग मार्क्स का नया नियम लागू किया गया है, जो विभिन्न श्रेणियों के उम्मीदवारों पर अलग-अलग निर्धारित किया गया है।
इस नियम का उद्देश्य है कि सभी उम्मीदवारों के लिए परीक्षा प्रक्रिया को समान और निष्पक्ष बनाया जा सके इस लेख में हम आपको स्नातक और सीनियर सेकेंडरी लेवल दोनों परीक्षाओं के लिए निर्धारित पासिंग मार्क्स की जानकारी देंगे, जिससे आप अपने लिए आवश्यक न्यूनतम अंक जान सकें।
राजस्थान सीईटी न्यूनतम पासिंग मार्क्स क्या है?
राजस्थान सीईटी परीक्षा में न्यूनतम पासिंग मार्क्स तय किए गए हैं ताकि अधिक से अधिक उम्मीदवारों को परीक्षा में सफलता प्राप्त करने का मौका मिल सके पिछली परीक्षाओं में 15 गुना नियम के तहत सीमित संख्या में ही उम्मीदवारों को आगे बढ़ने का अवसर मिला था, जिससे कई योग्य उम्मीदवार चयन प्रक्रिया से बाहर रह गए थे इस बार 15 गुना नियम को हटा दिया गया है और न्यूनतम अंक का नया नियम लागू किया गया है ताकि हर श्रेणी के उम्मीदवारों को एक समान अवसर मिल सके।
सामान्य श्रेणी, अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) के लिए पासिंग मार्क्स
सामान्य वर्ग, अन्य पिछड़ा वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के उम्मीदवारों के लिए राजस्थान सीईटी में न्यूनतम पासिंग मार्क्स 120 अंक निर्धारित किया गया है, जो कि कुल अंक का 40% है इसका मतलब है कि इन श्रेणियों के उम्मीदवारों को कम से कम 120 अंक लाने होंगे ताकि वे इस परीक्षा में उत्तीर्ण माने जाएं।
अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए पासिंग मार्क्स
अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए राजस्थान सीईटी परीक्षा में पासिंग मार्क्स थोड़े कम रखे गए हैं ताकि उन्हें भी आगे बढ़ने का समान अवसर मिल सके इस श्रेणी के उम्मीदवारों को 105 अंक यानी 35% अंक लाना अनिवार्य है यह छूट अनुसूचित जाति और जनजाति के उम्मीदवारों को सीईटी परीक्षा में समान रूप से भाग लेने और योग्यता का प्रदर्शन करने का अवसर प्रदान करती है।
राजस्थान सीईटी परीक्षा में पासिंग मार्क्स का महत्व
न्यूनतम पासिंग मार्क्स का यह नियम परीक्षा में उम्मीदवारों की योग्यता को मापने का एक मानक तय करता है निम्नलिखित बिंदुओं के माध्यम से जानिए कि कैसे इस नए नियम का लाभ उम्मीदवारों को मिलेगा:
- प्रतिस्पर्धा में वृद्धि: 15 गुना नियम हटने से चयन प्रक्रिया में अधिक उम्मीदवारों को शामिल किया जाएगा, जिससे प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और गुणवत्ता सुधार होगा।
- पारदर्शी चयन प्रक्रिया: न्यूनतम अंक का नियम लागू होने से सभी उम्मीदवारों के लिए एक समान आधार तय किया गया है, जो चयन प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी बनाता है।
- योग्यता का मानक: न्यूनतम अंक का नियम तय होने से केवल योग्य उम्मीदवारों को ही आगे की चयन प्रक्रिया में शामिल होने का मौका मिलेगा, जिससे चयन प्रक्रिया की गुणवत्ता में सुधार होगा।
स्नातक स्तर और सीनियर सेकेंडरी स्तर की परीक्षा
राजस्थान सीईटी में स्नातक और सीनियर सेकेंडरी दोनों स्तरों की परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं इन परीक्षाओं में निर्धारित पासिंग मार्क्स का उद्देश्य उम्मीदवारों की योग्यता को अलग-अलग स्तरों पर मापना है यह प्रक्रिया सुनिश्चित करती है कि अलग-अलग शैक्षणिक स्तर पर योग्य उम्मीदवारों को आगे की भर्तियों में मौका दिया जाए।
स्नातक स्तर के लिए पासिंग मार्क्स
स्नातक स्तर की सीईटी परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवारों के लिए न्यूनतम पासिंग मार्क्स निर्धारित किए गए हैं ताकि उनके ज्ञान और योग्यता का मूल्यांकन किया जा सके इस स्तर पर न्यूनतम अंकों का नियम लागू होने से, उम्मीदवारों को सीईटी में उत्तीर्ण होने और अगले चरणों में भाग लेने का एक समान अवसर मिलता है।
सीनियर सेकेंडरी स्तर के लिए पासिंग मार्क्स
सीनियर सेकेंडरी स्तर की परीक्षा के उम्मीदवारों के लिए भी पासिंग मार्क्स का नियम लागू किया गया है इस स्तर पर, उम्मीदवारों की शैक्षणिक योग्यता को ध्यान में रखते हुए, न्यूनतम अंकों का निर्धारण किया गया है, जिससे भविष्य में चयन प्रक्रिया में उनकी योग्यता को एक मानक रूप दिया जा सके।
कैटेगरी वाइज पासिंग मार्क्स का निर्धारण
राजस्थान सीईटी में विभिन्न कैटेगरी के उम्मीदवारों के लिए पासिंग मार्क्स का निर्धारण निम्नलिखित तरीके से किया गया है:
कैटेगरी | पासिंग मार्क्स | प्रतिशत (%) |
---|---|---|
सामान्य | 120 अंक | 40% |
अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) | 120 अंक | 40% |
आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) | 120 अंक | 40% |
अनुसूचित जाति (SC) | 105 अंक | 35% |
अनुसूचित जनजाति (ST) | 105 अंक | 35% |
चयन प्रक्रिया में बदलाव
इस बार सीईटी परीक्षा में न्यूनतम पासिंग मार्क्स का नियम लागू होने से चयन प्रक्रिया में कुछ महत्वपूर्ण परिवर्तन आएंगे, जो कि इस प्रकार हैं:
- उच्च प्रतिस्पर्धा: 15 गुना नियम हटाए जाने से अब अधिक उम्मीदवार चयन प्रक्रिया में शामिल होंगे, जिससे प्रतिस्पर्धा में बढ़ोतरी होगी और गुणवत्ता में सुधार होगा।
- पारदर्शिता में वृद्धि: न्यूनतम अंकों का नियम लागू होने से चयन प्रक्रिया अधिक पारदर्शी बनेगी और उम्मीदवारों के चयन में निष्पक्षता आएगी।
- योग्यता का मानक: न्यूनतम अंकों का नियम तय होने से केवल योग्य उम्मीदवार ही चयन प्रक्रिया में शामिल हो सकेंगे, जिससे योग्यता का स्तर सुनिश्चित किया जा सकेगा।
उम्मीदवारों के लिए सुझाव
राजस्थान सीईटी परीक्षा में सफल होने के लिए उम्मीदवारों को अपनी तैयारी को और अधिक सशक्त बनाना आवश्यक है यहाँ कुछ सुझाव दिए जा रहे हैं जिनका पालन करके उम्मीदवार सफलता प्राप्त कर सकते हैं:
समय प्रबंधन: परीक्षा में सफलता के लिए समय का सही प्रबंधन बहुत महत्वपूर्ण है अपनी तैयारी के दौरान समय का ध्यान रखें ताकि परीक्षा के दौरान आपको प्रश्न हल करने में दिक्कत ना हो।
सिलेबस और परीक्षा पैटर्न का अध्ययन: परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए सिलेबस और परीक्षा पैटर्न का गहन अध्ययन करें और उसी के अनुसार अपनी तैयारी करें।
नियमित मॉक टेस्ट: मॉक टेस्ट देकर परीक्षा की तैयारी को और मजबूत करें, इससे आपकी समय प्रबंधन क्षमता और प्रश्न हल करने की स्पीड में सुधार होगा।
पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र: पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों को हल करें और उनसे महत्वपूर्ण विषयों को पहचानें जिन पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है।
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